हैप्पी कार्तिका: यहां तक कि एक चूहे की भी दया
शुक्र, ०६, २०१७
द्वारा द्वारा सुनंदा दास
“भगवान विष्णु के एक मंदिर में, एक चूहा रहता था जो प्रतिदिन बुझे हुए घी के दीयों से घी खाता था, जिसे भगवान को चढ़ाया जाता था। एक दिन चूहे को भूख लगी तो उसने उस दीपक का घी खाने की कोशिश की जो अभी तक बुझा नहीं था। दीये पर कुतरते हुए रुई
- में प्रकाशित धन उगाहने